लेखक निर्देशक हरिपाल रावत की हिंदी फिल्म “काश सोच लेती एक बार” की अनोखी है कहानी ; रामा मेहरा

बेटी और मां एक ही व्यक्ति से प्रेम करने लगें तो सोचे कि क्या सिचुएशन हो सकती है। लेखक निर्देशक हरिपाल रावत की अपकमिंग हिंदी फिल्म “काश सोच लेती एक बार” की कहानी इसी थीम पर बेस्ड है। आर एमजे मीडिया वेंचर प्राइवेट लिमिटेड प्रेजेंट्स इन एसोसिएशन विथ रामा मेहरा प्रोडक्शंस फिल्म “काश सोच लेती एक बार” की प्रेस कॉन्फ्रेंस मुम्बई के इम्पा थिएटर में रखी गई जहां लेखक निर्देशक हरिपाल रावत, रामा मेहरा सहित फ़िल्म से जुड़ी टीम मौजूद थी। फ़िल्म के पोस्टर भी लॉन्च किए गए साथ ही स्पेशल स्क्रीनिंग भी रखी गई। मौजूद लोगों ने फ़िल्म को काफी सराहा।

फ़िल्म के प्रोड्यूसर आर एमजे मीडिया वेंचर प्राइवेट लिमिटेड हैं जबकि लेखक निर्देशक हरिपाल रावत ने फ़िल्म के गाने भी लिखे हैं और उन्होंने ही फ़िल्म में मुख्य भूमिका निभाई है। फ़िल्म के संगीतकार हरीश श्रीवास, डीओपी चितरंजन धाल हैं। हरिपाल रावत के अलावा फिल्म में रामा मेहरा, महिमा गुप्ता, वर्षा कापेकर, पृथ्वी, रज़ा मुराद, मोहन जोशी, मुश्ताक खान, शिवा, शशि शर्मा इत्यादि ने अभिनय किया है।

रामा मेहरा ने बताया कि हरिपाल रावत एक बेहतरीन लेखक हैं, उनकी कई किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं और अब इस फ़िल्म के माध्यम से वह बतौर ऎक्टर निर्देशक भी अपना सफर शुरू कर रहे हैं। उनमें आत्मविश्वास भरा हुआ है और उन्होंने पूरी शिद्दत से फ़िल्म बनाई है। चूंकि उन्होंने कहानी भी लिखी है इसलिए उन्हें हर सीन हर डायलॉग याद था और शूटिंग पर उन्होंने बखूबी परफॉर्म किया है।

हरिपाल रावत ने कहा कि मेरा इरादा ऎक्टर या निर्देशक बनने का नहीं था लेकिन जब मैंने देखा कि आज लोग किताबें उस संख्या में नहीं पढ़ते जितने ज्यादा लोग फिल्मे देखते हैं इसलिए अपने विचार को अवाम के सामने पेश करने के लिए मैंने यह फ़िल्म बनाई है। हम लगातार फिल्मे बनाते रहेंगे इसके बाद दो और फ़िल्म भी आ रही है। चूंकि रामा मेहरा की फिल्मों के नाम  के से शुरू होता है इसलिए इसका टाइटल काश सोच लेती एक बार रखा। ऐसी कहानी आप लोगों ने शायद ही फिल्मों में देखी होगी जहां मां बेटी एक ही व्यक्ति से मोहब्बत करने लगती हैं। फ़िल्म का म्युज़िक भी इसका प्लस पॉइंट है जिसके गाने मैंने ही लिखे हैं। फ़िल्म जून 2023 में रिलीज होने जा रही है।

 

लेखक निर्देशक हरिपाल रावत की हिंदी फिल्म “काश सोच लेती एक बार” की अनोखी है कहानी ; रामा मेहरा